TeamHU : झारखंड में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित गड़बड़ी के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) हजारीबाग जिला के कार्यकर्ताओं ने बाबूगांव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया। एबीवीपी की मांग है कि इस परीक्षा की निष्पक्ष जांच कराई जाए और आंदोलनरत छात्रों पर दर्ज एफआईआर वापस ली जाए।
पेपर लीक और अनियमितताओं का आरोप
एबीवीपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नवलेश सिंह ने बताया कि झारखंड के विभिन्न जिलों में इसी मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 21 और 22 सितंबर को आयोजित सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 में कई गड़बड़ियों के आरोप लगे हैं। छात्रों का आरोप है कि कुछ केंद्रों पर पेपर 1 की जगह पेपर 2 बांट दिए गए, और कई जगह प्रश्न पत्रों के सील पहले से टूटे हुए पाए गए।
निष्पक्ष जांच की मांग
विभाग संगठन मंत्री विक्रम राठौर ने कहा कि एबीवीपी झारखंड इस परीक्षा की निष्पक्ष जांच की मांग करती है और छात्रों के हित में उचित निर्णय लेने का आग्रह करती है। इससे पहले हुए सीजीएल परीक्षा में भी पेपर लीक का मामला सामने आया था, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया था। जिला संयोजक बाबूलाल मेहता ने राज्य सरकार पर छात्रों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार फिर से वही गलती दोहरा रही है।
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ का आरोप
नगर मंत्री रुद्र राज ने कहा कि पेपर लीक झारखंड में एक आम समस्या बन चुकी है, और सरकार इस पर कठोर कदम उठाने में असफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को रोजगार देने के अपने वादे में नाकाम रही है और उल्टा उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवा रही है।