Team Hu: बरेली के शाही और शीशगढ़ थाना क्षेत्रों में बीते कुछ महीनों से एक अज्ञात सीरियल किलर ने दहशत मचा रखी थी। 1 जुलाई 2023 से शुरू हुई महिलाओं की हत्या की इस खौफनाक सिलसिले को रोकने के लिए पुलिस ने ‘ऑपरेशन तलाश’ के तहत बड़ी मुहिम छेड़ी। इस सीरियल किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने कड़ी मेहनत और कई तकनीकी उपायों का सहारा लिया।
हत्या का पैटर्न और पुलिस की रणनीति
सीरियल किलर कुलदीप ने 45 से 55 साल की उम्र की महिलाओं को अपना शिकार बनाया। वह सुनसान इलाकों में महिलाओं का गला साड़ी या चुन्नी के पल्लू से घोंटकर उनकी हत्या करता था। सभी घटनाओं में गला घोंटने की प्रक्रिया एक जैसी थी—गर्दन पर साड़ी या चुनरी की गांठ हमेशा बाईं तरफ होती थी। इस पैटर्न से साफ था कि इन हत्याओं को एक ही व्यक्ति अंजाम दे रहा था।
ऑपरेशन तलाश
इस सीरियल किलर को पकड़ने के लिए बरेली पुलिस ने 22 टीमों का गठन किया। पुलिस ने 1500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और 600 नए सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए। इसके अलावा, 1.5 लाख से ज्यादा मोबाइल नंबरों का डेटा भी जांचा गया। इस दौरान पुलिस ने सैकड़ों लोगों से पूछताछ की और करीब 25 किलोमीटर के इलाके में लगातार गश्त बढ़ाई गई।
कुलदीप की गिरफ्तारी
आखिरी हत्या 2 जुलाई को हुई थी, जिसके बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल था। पुलिस के लिए यह मामला अत्यंत चुनौतीपूर्ण था, लेकिन ‘ऑपरेशन तलाश’ के तहत की गई कड़ी मेहनत और संकल्प ने आखिरकार सफलता दिलाई। तमाम जांच और प्रयासों के बाद, सीरियल किलर कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे इलाके में फिर से शांति और सुरक्षा का माहौल बना।
बरेली पुलिस की इस सफलता ने एक बार फिर साबित किया कि संकल्प और समर्पण के साथ कानून के रक्षक किसी भी अपराधी को पकड़ने में सफल हो सकते हैं।