Team Hu: मेरठ, जिसे हमारे पूर्वजों की बहादुरी और अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष के लिए क्रांतिधरा कहा जाता है, स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले ही एक दुखद घटना का गवाह बना।
बुधवार को नंगलाशेखू गांव में एक व्यक्ति ने अपनी 17 साल की बहन की बीच सड़क पर गला दबाकर हत्या कर दी। इस दौरान कुछ लोग वीडियो बनाते रहे, जबकि अन्य लोग मूकदर्शक बने रहे। किसी ने भी इस क्रूरता को रोकने की कोशिश नहीं की।
हत्यारोपी हसीन ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन का दलित बिरादरी के युवक के साथ प्रेम प्रसंग था। वह दो बार युवक के साथ घर से भाग चुकी थी, जिससे परिवार की बदनामी हो रही थी। बुधवार सुबह जब किशोरी ने अपने प्रेमी के साथ रहने की जिद की, तो हसीन ने उसे पीटना शुरू कर दिया। किशोरी का हाथ शीशे में लगने से खून बहने लगा और वह बाहर भाग गई। हसीन ने सड़क पर ही उसका गला दबा दिया।
पुलिस के आने तक 20 मिनट तक शव बीच सड़क पर पड़ा रहा। घटना का लाइव वीडियो देखकर पुलिस भी स्तब्ध रह गई। हिरासत में लिए गए हसीन ने बताया कि उसने परिवार की इज्जत बचाने के लिए यह कदम उठाया।
गांव में दस साल पहले भी एक युवती की संदिग्ध हालात में मौत हुई थी, जिसका कारण भी प्रेम प्रसंग माना गया था। हसीन को उसके घर से गिरफ्तार किया गया, जो घटनास्थल से महज 100 कदम की दूरी पर था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना पाया गया। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर भी कब्जे में ले लिए, जिनमें घटना की पूरी तस्वीर कैद है।
यह घटना समाज में फैले अंधविश्वास और झूठी इज्जत के नाम पर हो रहे अपराधों को उजागर करती है, और ऐसे मामलों में समाज की जिम्मेदारी को फिर से सोचने पर मजबूर करती है।