HEC के पूर्व सीएमडी समेत चार लोगों पर रशियन कंपनी से मिलकर की फर्जीवाड़ा, CBI ने दर्ज कि प्राथमिकी

Praveen Sharma/Hu: एचईसी के पूर्व सीएमडी समेत चार लोगों पर सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज किया है। सीबीआई दिल्ली के एंटी करप्शन वन टीम ने आईपीसी की धारा 120-बी आर/डब्ल्यू 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(2) आर/डब्ल्यू 13(1)(डी) के तहत प्राथमिकी दर्ज कीया गया है। इन पर रशियन कंपनी से मिलकर करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया गया है। जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया गया है, उसमें एचईसी के पूर्व सीएमडी अभिजीत घोष, शाखा प्रबंधक एचईसी दिल्ली के नवीन कुमार सिंह, पूर्व मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी और एचईसी के बिजनेस डेवलपमेंट के तत्कालीन प्रमुख अश्विनी कुमार दास शामिल हैं। इसके अलावा अज्ञात लोकसेवकों और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कीया है।

सीबीआई ने याचिका दर्ज कर शुरू की थी जांच

रशियन कंपनी के साथ मिलीभगत कर आपराधिक साजिश रचने के मामले में सीबीआई ने याचिका दर्ज कर 6 अप्रैल 2023 को अपनी जांच शुरू कीया था। जांच में यह बात सामने आयी कि 2015-19 के बीच एचईसी अधिकारी और अन्य ने रूस की संयुक्त स्टॉक कंपनी मेसर्स सीएनआईआईटीएमएएसएच के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची गई थी। इससे 30 करोड़ से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा था। सीबीआई जांच में यह भी बात सामने आयी कि भारत सरकार के द्वारा इंडियन पूंजीगत वस्तु क्षेत्र में कंपटीशन बढ़ाने के लिए एक योजना तैयार करते हुए अधिसूचना संख्या 7/6/2011-एचई एंड एमटी प्रकाशित किया गया था। योजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय पूंजीगत वस्तु क्षेत्र को पूरे विश्व में कंपटीशन युक्त बनाकर भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का था।

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