Team Hu: उपायुक्त नैन्सी सहाय के निर्देश पर पेयजल एवं स्वच्छता समिति की तत्वावधान में स्वच्छ भारत मिशन की बैठक समाहरणालय सभागार में गुरूवार को सम्पन्न हुई। मौके पर निदेशालय से आये राज्य परामर्शी श्री आजाद ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के द्वितीय चरण के प्रमुख उद्देश्य गांवों को खुले में शौच मुक्त की स्थिति को बनाए रखना और ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रो ंमें साफ-सफाई के स्तर में सुधार लाकर उन्हें ओडिएफ-प्लस गांव यथा स्वच्छता, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन युक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि, हजारीबाग जिले में ग्राम स्तर पर स्वच्छता, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के आधार पर गांव को 5 स्टार रेंिटंग तक देकर गांव यथा स्वच्छता, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन युक्त घोषित करने का 1 दिसम्बर, 2024 तक लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
बैठक में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के द्वितीय चरण के तहत जिले में पेयजल एवं स्वच्छता यथा खुले में शौचमुक्त, ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, जलीय महामारी प्रबंधन, गोबरधन, महामारी स्वच्छता प्रबधन सहित महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करते हुए अद्यतन प्रगति की समीक्षा की गई।
इस अवसर पर सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को ग्राम स्तर पर निर्मित संरचनाओं को सुदृढ़ करते हुए ओडीएफ प्लस के कार्यों में 15वें वित्त की राशियों को व्यय कर संदर्भित योजनाओं के लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया। साथ ही निर्मित सामुदायिक स्वच्छता परिसर के संचालन एवं निरंतर उपयोगिता बनी रहे यह सुनिश्चित करने को कहा गया। साथ ही लक्ष्य प्राप्ति के बाद गांव स्तर पर उपलब्ध उक्त सुविधाओं के आधार पर 1, 3 एवं 5 स्टर देकर ग्राम स्तर पर ओडीएफ प्लस घोषित करने का निर्देश दिया गया। इस क्रम में गांव स्तर पर छूटे हुए लाभूकों को चिन्हित करते हुए शौचालय निर्माण करने सहित यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि गांव में ठोस कचरा, एवं तरल कचरा नहीं दिखे तथा इस प्रबधन सुव्यवस्थित ढंग से हो।
ओडीएफ प्लस के तहत इस आधार पर होगा गांव की रेटिंग्स
गांव स्तर पर स्वच्छता आदि से संबंधित उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर रेटिंग्स दी जाएगी जिनमें….
1. गांव के सभी घरों में क्रियाशील शौचालय की सुविधा हो, गांव के सभी स्कूल/आंगनबाड़ी केंद्रों और पंचायत घर में कार्यात्मक शौचालय की सुविधा, जिसमें पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय सहित ठोस या फिर तरल कचरा प्रबंधन युक्त होने पर।
2. गांव के सभी घरों में क्रियाशील शौचालय की सुविधा हो, गांव के सभी स्कूल/आंगनबाड़ी केंद्रों और पंचायत घर में कार्यात्मक शौचालय की सुविधा, जिसमें पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय सहित ठोस एवं तरल दोनों का कचरा प्रबंधन युक्त होने पर।
3. गांव के सभी घरों में क्रियाशील शौचालय की सुविधा हो, गांव के सभी स्कूल/आंगनबाड़ी केंद्रों और पंचायत घर में कार्यात्मक शौचालय की सुविधा हो जिसमें पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था, गांव के सभी सार्वजनिक स्थानों पर कम से कम कूड़ा-कचरा, कम से कम अपशिष्ट जल का जमाव और सार्वजनिक स्थानों पर कोई प्लास्टिक डंप न हो, ठोस कचरा प्रबंधन, तरल कचरा प्रबंधन सहित गांव में दीवार पेंटिंग/बिलबोर्ड आदि के माध्यम से ओडीएफ प्लास प्रचार समाग्री व संदेशों को प्रमुखता से प्रदर्शित करना।
बैठक में उक्त लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को व्यापक निर्देश दिये गये।
मौके पर सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्चछता प्रबंडल, जिला एसबीएम परामर्शी सहित कई अन्य मौजूद थे।