Anil Patel/Hu: कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में बुधवार को एक बहुमंजिला इमारत पर लगी भीषण आग में झारखंड के एक युवक मोहम्मद अली हुसैन का भी मौत हो गई है।हुसैन घर का सबसे छोटा लड़का था, 18 दिन पहले ही कुवैत गया था। और जाते समय उसके परिजन सोचा भी नहीं था कि वह उन्हें आखिरी बार देख रहे हैं। रांची के हिंदपीढ़ी क्षेत्र में रहने वाले हुसैन के घर पर उसे समय मातम छा गया ।जब उनके परिजनों को यह पता चला कि कुवैत की इमारत में हुई इस हादसे में मोहम्मद अली हुसैन की मौत हो गई है।
परिवार का सहारा बनने के लिए गया था कुवैत
मोहम्मद अली हुसैन के पिता मुबारक हुसैन ने कहा कि हुसैन अपने तीनों भाई बहनों में सबसे छोटा था और वह अपने परिवार की भरण पोषण के लिए रांची से कुवैत गया था। पिताजी ने बताया वह पहली बार देश से कहीं बाहर गया था उसने हमें बताया था कि उसे वहां सेल्समैन की नौकरी मिल गई है।
हुसैन के पिता ने बताया कि बेटे के कोई साथी ने गुरुवार की अहले सुबह उसकी मौत की जानकारी दी थी। मैं इतनी भी हिम्मत नहीं जुटा पाए कि अपनी पत्नी को दुख का खबर के बारे में बता सकूं। रांची स्थित वाहनों के टायरों का छोटा सा दुकान चलाने वाले मुबारक ने कहा कि मेरा बेटा स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंट के कोर्स कर रहा था एक दिन अचानक उसने कहा कि कुवैत जाएंगे।
पिता ने भारत सरकार से आगरा किया है कि हुसैन की शव को रांची वापस लाने की व्यवस्था की जाए।