TeamHU : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास और उसके आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए सरकार ने व्यापक कदम उठाए हैं। इस कार्य के लिए 21 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
सुरक्षा को उच्चतम स्तर पर ले जाने की योजना
हाईटेक सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल:
बूम बैरियर, टायर किलर, शैलो रोड ब्लॉकर और बैरियर लिफ्ट सिस्टम जैसे अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे।
ये उपकरण आपात स्थिति में तुरंत सक्रिय होकर अनाधिकृत वाहनों को प्रवेश से रोकने में सक्षम होंगे।
एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स पर विशेष चेक पोस्ट:
प्रवेश और निकास बिंदुओं पर विशेष चेक पोस्ट बनाए जाएंगे।
यहां हाईटेक उपकरण लगाए जाएंगे, जो प्रत्येक वाहन और व्यक्ति की गहन जांच सुनिश्चित करेंगे।
सीसीटीवी और कंट्रोल रूम का उन्नयन
सीसीटीवी की संख्या बढ़ाई जाएगी और उन्हें ऐसे स्थानों पर लगाया जाएगा, जिससे हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
कंट्रोल रूम को हाईटेक बनाया जाएगा ताकि 24×7 निगरानी सुनिश्चित हो सके।
सुरक्षा में शामिल अन्य पहलू
मुख्यमंत्री आवास के आसपास की सड़कों की सुरक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।
हर छोटी से छोटी गतिविधि पर नजर रखने के लिए मॉडर्न मॉनिटरिंग सिस्टम लागू होगा।
गृह विभाग ने इन योजनाओं को लागू करने और उपकरणों की खरीद के लिए बजट भी जारी कर दिया है।
क्यों जरूरी है यह कदम?
यह निर्णय मुख्यमंत्री आवास और आसपास के क्षेत्र को किसी भी संभावित खतरे से बचाने और सुरक्षा को अभेद्य बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। सुरक्षा में यह बदलाव तकनीकी उन्नति और आधुनिक उपकरणों के उपयोग के जरिए किया जाएगा, जिससे हर स्थिति पर त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया संभव हो सके।
लखनऊ के लिए यह सुरक्षा उन्नयन न केवल मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा को बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को भी अतिरिक्त सुरक्षा का भरोसा देगा।