सीमा सुरक्षा बल मेरू कैम्प में हिन्दी दिवस समारोह और शपथ ग्रहण का आयोजन

TeamHU: 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। इसके बाद से हर वर्ष 14 सितंबर को पूरे भारत में हिन्दी दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसी क्रम में सीमा सुरक्षा बल मेरू कैम्प, हजारीबाग में हिन्दी पखवाड़ा 14 से 28 सितंबर के बीच मनाया गया, जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

इस पखवाड़े में हिन्दी निबंध लेखन, हिन्दी टंकण प्रतियोगिता, हिन्दी प्रश्नोत्तरी और हिन्दी टिप्पणी/आलेखन जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिसमें सीमा प्रहरियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

मुख्य हिन्दी दिवस समारोह 28 सितंबर को मेरू कैम्प स्थित प्रशासनिक भवन परिसर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर सभी कार्मिकों को महानिदेशक की सरकारी कार्यों में हिन्दी के अधिकतम उपयोग की अपील पढ़कर सुनाई गई। इस समारोह में मेरू कैम्प के सभी अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी एवं अन्य कार्मिक उपस्थित रहे।

उप महानिरीक्षक राकेश रंजन लाल ने अपने संबोधन में कहा कि हिन्दी को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किए जाने के 75 वर्ष पूर्ण हो गए हैं, जिसे राजभाषा हीरक जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज के युग में कम्प्यूटर और हिन्दी सॉफ्टवेयर की उपलब्धता के चलते सरकारी कार्यों में हिन्दी का उपयोग और भी सरल हो गया है। अब टंकण के साथ-साथ बोलकर भी कम्प्यूटर पर हिन्दी में कार्य किया जा सकता है।

महोदय ने यह भी जानकारी दी कि सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षण केन्द्र एवं विद्यालय ने 2023-24 के दौरान हिन्दी में सर्वाधिक और उच्च कोटि का कार्य करने के लिए सभी प्रशिक्षण संस्थानों में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने अगले वर्ष पहले स्थान पर पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा कि हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा और अस्मिता की पहचान है, और सभी अधिकारी एवं कार्मिकों को अपने कार्यों में हिन्दी का अधिकतम उपयोग करना चाहिए।

प्रशिक्षण केन्द्र एवं विद्यालय, मेरू कैम्प हिन्दी के प्रचार-प्रसार और इसके अधिकतम प्रयोग के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा।

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