TeamHU : आज, 11 जनवरी से अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का वार्षिकोत्सव “प्रतिष्ठा द्वादशी” के रूप में शुरू हो गया है। इस तीन दिवसीय आयोजन में धार्मिक अनुष्ठान, संतों की उपस्थिति, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है।
महाभिषेक: आयोजन का मुख्य आकर्षण
रामलला का महाभिषेक सुबह 10:30 बजे से शुरू हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अभिषेक में भाग लेकर अपनी आस्था अर्पित करेंगे।
इस शुभ अवसर पर 70 विशिष्ट संत और श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहेंगे।
संत और यजमान की भूमिका
अयोध्या के संतों के साथ कुछ बाहर से आए संत भी गर्भगृह के पास बनाए गए मंडपों में उपस्थित रहेंगे।
इन मंडपों में राम नाम संकीर्तन लगातार चलता रहेगा।
प्रमुख यजमानों में प्रांत संघ चालक सरदार स्वर्ण सिंह, अरविंद जैन, और अभिमन्यु शामिल हैं।
एलएंडटी के इंजीनियर और अन्य विशिष्टजन भी अनुष्ठानों में भाग लेंगे।
कवि कुमार विश्वास और सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास इस दौरान अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे।
सांस्कृतिक संध्या और श्रीराम कथा भी आयोजन का हिस्सा होंगी।
प्रसाद वितरण की विशेष व्यवस्था
श्रद्धालुओं को बेसन के लड्डू और इलायची दाना का प्रसाद वितरित किया जाएगा।
एक लाख लड्डू तैयार किए जा रहे हैं।
संतों और विशिष्ट अतिथियों को प्रसाद भेंट किया जाएगा।
विशिष्ट अतिथियों के लिए सुरक्षा और प्रवेश व्यवस्था
अतिथियों का प्रवेश गेट संख्या-2 से होगा।
मुख्यमंत्री और अन्य विशिष्टजन वीवीआईपी गेट संख्या-11 से प्रवेश करेंगे।
साधारण दर्शनार्थियों के लिए रामजन्मभूमि पथ से प्रवेश और अंगद टीले की ओर निकासी की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री का संबोधन और सांस्कृतिक आयोजन
श्रद्धालु भोजन प्रसाद ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन सुन सकेंगे।
सांस्कृतिक संध्या और श्रीरामकथा में भाग लेकर श्रद्धालु इस आयोजन को यादगार बना सकेंगे।
यह आयोजन रामभक्ति और सांस्कृतिक एकता का अद्भुत संगम है, जो श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या यात्रा को और भी खास बना रहा है।