TeamHU : जिले में अफीम की अवैध खेती के खिलाफ बड़ा अभियान चलाते हुए चौपारण थाना पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने ग्राम मोरनिया और दुरागड़ा में लगभग 25 एकड़ वन भूमि पर लगी अफीम की फसल को नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें अफीम की खेती करने वालों को बड़ा झटका लगा है।
कैसे की गई कार्रवाई?
पुलिस और वन विभाग की टीम ने चिन्हित स्थानों पर छापेमारी की। मौके पर पाया गया कि वन भूमि पर बड़े पैमाने पर अफीम के छोटे-छोटे पौधे लगाए गए थे। ट्रैक्टर और अन्य उपकरणों की मदद से इन पौधों को पूरी तरह से रौंद दिया गया, जिससे फसल पूरी तरह नष्ट हो गई।
पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि यह अभियान अफीम तस्करों पर शिकंजा कसने और जिले में अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “पुलिस लगातार इस तरह की अवैध गतिविधियों पर नजर रख रही है। अफीम की खेती करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
अभियान के असर
इस कार्रवाई से अफीम तस्करों को बड़ा झटका लगा है। पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि जिले में अफीम की खेती को पूरी तरह समाप्त करने के लिए यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।
पुलिस और वन विभाग की संयुक्त पहल
अभियान में पुलिस और वन विभाग की टीम का तालमेल स्पष्ट नजर आया। यह कदम जिले में नशे और अवैध तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
हजारीबाग जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे अफीम की खेती या इससे जुड़ी किसी भी गतिविधि की जानकारी पुलिस को दें, ताकि समय पर कार्रवाई हो सके।
यह कार्रवाई जिले में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के साथ-साथ समाज में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से की जा रही है।