आईईडी ब्लास्ट में भारत के दो जवान हुए शहीद

Team Hu : दो घर जहाँ शादी की शहनाई गूंजने वाली थी लेकिन वहाँ मातम का शोर बरपा हुआ है । भारत के वो दो घर जिनके जवान बेटे माँ भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गए
दो बेटे जो घर दूलहन लेकर आने वाले थे लेकिन खुद उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपट कर घर पहुँचा । जिन घरों में हसी के कह कहे गूंजने थे वहाँ रोने की आवाजों से लोगों का कलेजा काप रहा है । दरअसल जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में हुए आईईडी ब्लास्ट में दो जवान शहीद हो गए । जिसमें कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी और नायक मुकेश सिंह मनहास शामिल है । दोनों जवानों। की शादी अप्रैल में होने वाली थी, दोनों के परिवार शादी की तैयारियों में जुटे थे लेकिन नियति को कुछ और ही मनजूर था । यह घटना मंगलवार दोपहर की है जहां एलोसी के पास भारतीय सेना के जवान पेट्रोलिंग पर थे तभी आतंकवादियों द्वारा बिछाए गया आईईडी ब्लास्ट हो गया ।

इस घटना ने दो परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया । इधर झारखंड के हजारीबाग में शहीद कैप्टन करमजीत सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार को हज़ारीबाग़ पहुँचा जहां इस दुःखद खबर से सभी कोई मायूस थे, शहीद के घर पर लोगो का ताँता लगा हुआ था क्या बूढ़े क्या बच्चे सभी की आँखें शहीद के लिए नम थी । हज़ारीबाग़ जुलुपार्क स्थित आवास से शहीद की शव यात्रा निकली, वहाँ से गुरु द्वारा पहुँची इस दौरान सड़को में लोग शहीद के सम्मान में फूलों की वर्षा कर रहे थे । गुरुद्वारा से हज़ारीबाग़ खिरगाँव स्थित मुक्तिधाम शव को ले जाया गया, जहां सेना के जवानों ने फायरिंग कर शहीद को सलामी दी । बताते चले कि शहीद करमजीत सिंह को मुखाग्नि उनके पिता द्वारा दी गई ।