TeamHU : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन प्रसार भारती के एफएम चैनल ‘कुम्भवाणी’ का शुभारंभ किया। 103.5 मेगाहर्ट्ज़ पर प्रसारित होने वाला यह चैनल महाकुम्भ 2025 की तैयारियों और उससे जुड़ी जानकारियों को दूरदराज के गांवों तक पहुंचाने का काम करेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चैनल सनातन धर्म के गौरव और महाकुम्भ के महत्व को घर-घर तक ले जाने में अहम भूमिका निभाएगा।
महाकुम्भ के महत्व को बढ़ाएगा कुम्भवाणी
सीएम योगी ने एफएम चैनल के शुभारंभ पर इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना प्रसारण मंत्रालय का सराहनीय प्रयास बताया। उन्होंने कहा,
“कुम्भवाणी न केवल महाकुम्भ के कार्यक्रमों का प्रसारण करेगा, बल्कि सनातन धर्म के आध्यात्मिक संदेशों को भी प्रसारित करेगा। यह चैनल उन लोगों के लिए एक अद्भुत अनुभव होगा, जो किसी कारणवश महाकुम्भ में शामिल नहीं हो पाते।”
महाकुम्भ: सनातन धर्म का गौरवपूर्ण आयोजन
सीएम योगी ने महाकुम्भ को सनातन धर्म की गौरवशाली परंपरा बताते हुए कहा,
“यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक समरसता का प्रतीक है। यहां जाति, पंथ, लिंग या छुआछूत का कोई भेदभाव नहीं होता। सभी आस्था की डुबकी लगाकर पूरे देश और दुनिया में आध्यात्मिकता का संदेश लेकर जाते हैं।”
एफएम चैनल की विशेषताएं
फ्रीक्वेंसी: 103.5 मेगाहर्ट्ज
प्रसारण अवधि: 10 जनवरी से 26 फरवरी 2025
समय: सुबह 5:55 बजे से रात 10:05 बजे तक
कार्य:
महाकुम्भ के कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण।
धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संदेशों का प्रसारण।
दूरदराज के क्षेत्रों तक महाकुम्भ की हर जानकारी पहुंचाना।
सीएम ने साझा की अपनी यादें
मुख्यमंत्री ने कहा कि आकाशवाणी और दूरदर्शन ने हमेशा लोक परंपरा और संस्कृति को आमजन तक पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने अपने बचपन का जिक्र करते हुए कहा कि तब वह आकाशवाणी पर रामचरितमानस के प्रसारण को बड़े ध्यान से सुनते थे।
कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख लोग
इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री डॉ. एल मुरुगन, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, ओम प्रकाश राजभर और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कुम्भवाणी: आध्यात्मिकता और तकनीक का संगम
एफएम चैनल कुम्भवाणी, महाकुम्भ से जुड़े कार्यक्रमों और धार्मिक उद्धरणों को एक व्यापक मंच पर प्रस्तुत करेगा। यह प्रयास युवाओं के बीच एफएम चैनल की लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें भी सनातन धर्म और महाकुम्भ के महत्व से जोड़ने में सहायक होगा।
महाकुम्भ 2025 के लिए यह पहल निश्चित रूप से श्रद्धालुओं और आमजन के बीच एक सेतु का काम करेगी।