TeamHU : उत्तर प्रदेश के कानपुर में घने कोहरे के कारण हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों में चार लोगों की जान चली गई। इन हादसों ने दो परिवारों को गहरे दुख में डुबो दिया।
घाटमपुर: बाइक सवार मां-बेटे की दर्दनाक मौत
शुक्रवार सुबह कानपुर के घाटमपुर में मुगल रोड पर कुआंखेड़ा चौकी के पास घने कोहरे के कारण बड़ा हादसा हुआ।
पीड़ितों की पहचान: सजेती थाना क्षेत्र के कैथा गांव निवासी अखिलेश पाल (35) और उनकी मां श्यामा देवी (60)।
घटना:
अखिलेश अपनी मां के साथ बाइक से जहानाबाद जा रहे थे।
कुआंखेड़ा चौकी से 50 मीटर आगे अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी।
राहगीरों ने खून से लथपथ मां-बेटे को सड़क पर पड़ा देखा और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पारिवारिक त्रासदी:
अखिलेश के पिता बाबूराम पाल का देहांत भी ठीक एक साल पहले 10 जनवरी 2024 को हुआ था।
अखिलेश परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी तीन बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है।
अखिलेश की शादी तय हो चुकी थी, लेकिन तारीख अभी नहीं निकली थी।
गुजैनी: सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी और राजमिस्त्री की मौत
दूसरी घटना बुधवार रात को हुई, जब हाईवे पर एक अज्ञात वाहन ने स्कूटी को टक्कर मार दी।
पीड़ित:
सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी अनिरुद्ध सिंह (42)
राजमिस्त्री सोनू सिंह चौहान (28)
घटना:
अनिरुद्ध सिंह, सोनू को अपने घर निर्माण कार्य के लिए ले जा रहे थे।
गुजैनी हाईवे पर अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी।
सोनू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अनिरुद्ध गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस ने अनिरुद्ध को एलएलआर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
अनिरुद्ध का परिवार:
अनिरुद्ध मूल रूप से सचेंडी के चकरपुर मुरलीपुर गांव के निवासी थे।
उनके परिवार में पत्नी सुशीला देवी, दो बेटियां जयलक्ष्मी और कशिश, और बेटा अर्नव है।
कोहरे के कारण बढ़ते हादसे
कोहरे की वजह से उत्तर भारत में सड़क दुर्घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। कम दृश्यता के कारण वाहन चालकों को यात्रा के दौरान विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
पुलिस और प्रशासन की अपील:
वाहन धीमी गति से चलाएं।
कोहरे में गाड़ी के हेडलाइट और फॉग लाइट का इस्तेमाल करें।
बिना जरूरत सड़क पर न निकलें।
कानपुर में हुए इन हादसों ने कोहरे के खतरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है। प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं।